Tuesday, January 28, 2020

श्रीनगर का वो क्रिकेट मैच जिसे नतीजे का इंतज़ार है

दिसंबर की ठंडी सुबह और धुंध के बावजूद भारतीय प्रशासित कश्मीर में बच्चों की क्रिकेट टीम अपना निर्णायक मैच खेलने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देती है.

पत्रकार आदिल हुसैन बताते हैं कि यह मैच अहम इसलिए है क्योंकि अगस्त 2019 में लॉक डाउन की वजह से टूर्नामेंट कैंसिल हो गया था.

श्रीनगर के रहने वाले फदीक हुसैन अपने स्कूल के दोस्तों के साथ अक्सर इतवार को मैच खेलते थे.

नके दिलों में क्रिकेट का जुनून अब भी बाक़ी है. हां मौसम की सख्ती एक रुकावट ज़रूर बनी हुई है.

उनकी टीम खय्याम टाइगर्स में उनके दोस्त फ़रहान, फाजिल, आसिम, अम्माद, शायान, नौमान, सुफियान, मीराब, वलीद और रियान शामिल हैं. इन सबकी उम्र 8 से 12 साल के बीच है.

इस साल अगस्त के शुरू में खय्याम टाइगर्स का पिछला 10 ओवर का मैच इसीलिए टाई हो गया था क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को कर्फ्यू की वजह से बंद करने का ऐलान किया था. उस समय सरकार अनुच्छेद 370 को ख़त्म करने के लिए इंतजाम कर रही थी.

लेकिन कुछ महीने बाद कश्मीर के कर्फ्यू में नरमी के बावजूद उनका नया मैच शुरू न हो सका.

गली में भी क्रिकेट की इजाजत नहीं
नवंबर के दौरान कश्मीर में बर्फबारी से सामान्य जीवन प्रभावित हुआ.

सुबह और शाम बहुत ठंड होने की वजह से खेलकूद शुरू होने से पहले रोक दिया.

वादी में इन महीनों में ठंड अपने चरम पर है. सुबह के समय में धुंध की वजह से ज़्यादा दूर तक नज़र नहीं आता है जबकि नलों में पानी जमा रहता है.

इसके बावजूद खय्याम टाइगर्स का दृढ़ संकल्प बना रहा. तपती धूप या कड़ाके की ठंड में प्रशासन कुछ करें ना करें, हुसैन और उनके दोस्त अपने क्रिकेट के जुनून में किसी सूरत भी रुकने वाले नहीं थे.

8 दिसंबर को खय्याम टाइगर्स की टीम 4 माह के अंतराल के बाद अपने प्रतिद्वंदी के मुक़ाबले में आ रही थी.

इस दौरान मौसम विभाग ने सर्दी के इस पहर में बच्चों, महिलाओं और बूढ़े लोगों को एहतियात रखने की सलाह दी हुई थी.

खेल सिर्फ़ खेल नहीं
टीम के खिलाड़ी रियान बताते हैं कि उन्हें हर खेल पसंद है. यहां कश्मीर में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेली जाती है. यह सिर्फ़ एक खेल नहीं बल्कि एक व्यक्ति का दिल और जान है.

इसमें कम से कम 2 खिलाड़ियों की ज़रूरत होती है ताकि एक बॉल करा सके और दूसरा बैटिंग कर सके.

उन्होंने बताया कि टीम के सब खिलाड़ी एक ही इलाके में रहते हैं लेकिन अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद वे अपनी गली में भी खेल नहीं सकते थे. क्योंकि सख्ती और संचार ठप होने की वजह से उनके माता-पिता उन्हें घर से बाहर जाने से मना करते थे.

लेकिन 3 दिन पहले बाहर चलने फिरने के लिए स्थिति बेहतर दिखने पर मैच इस इतवार को खेलने का फैसला किया.

टीम का ऑलराउंडर कप्तान
मैच की सुबह खय्याम टाइगर्स की टीम हुसैन के घर से 10 किलोमीटर दूर श्री प्रताप कॉलेज के स्पोर्ट्स ग्राउंड पहुंच गई जो श्रीनगर शहर में डल झील के किनारे स्थित है.

उनके इरादे दृढ़ थे कि वो खय्याम टाइगर्स क्रिकेट क्लब का प्रतिनिधित्व करते हुए इस निर्णायक मैच में जीत जाएंगे.

टीम के कप्तान कोई मामूली खिलाड़ी नहीं हैं. वह अपनी टीम की बैटिंग की रीढ समझे जाते हैं.

वो ओपनिंग बल्लेबाज हैं लेकिन बॉलिंग में भी खय्याम टाइगर्स उन पर निर्भर करती है. वह बतौर ऑलराउंडर अपनी टीम को कुछ मैच भी जितवा चुके हैं.उन्हें उम्मीद है कि वह खुद एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेलेंगे.

मैच से पहले एक टीम मीटिंग का हाल बताते हुए हुसैन ने कहा जब मैंने पहली बार हर तरफ धुंध देखी तो अपने दोस्तों से कहा कि अपनी प्रतिद्वंदी टीम को बगैर खेले जीत दे देते हैं.

लेकिन उनके साथी ओपनर फरहान ने कप्तान को टोकते हुए कहा हमने ईद पर अपने लिए कुछ नहीं खरीदा ताकि हम टूर्नामेंट के लिए नए पैड, बैट और विकेट कीपिंग ग्लव्स ले सकें. अब हमारे पास सब कुछ है और हमें सिरीज का यह आखिरी मैच खेलना है जिसका इनाम 450 रुपए और एक नई गेंद है.

हुसैन कहते हैं हमने फरहान की बात मान ली और हमारी पूरी टीम ग्रांउड की तरफ चल पड़ी. हमारी फैमिली ने हमें जाने की इजाजत नहीं दी थी लेकिन हमने उन्हें कहा कि हम बस आधा घंटा खेलकर 12:00 बजे तक वापस आ जाएंगे.

मैच शुरू हुआ मगर...
मैच के शुरू में खय्याम टाइगर्स ने 10 ओवर मे 101 रन बना लिए और दूसरी टीम की बारी शुरू हो गई. लेकिन दूसरी टीम ने अभी सिर्फ 3 ओवर खेल कर सिर्फ 6 रन ही बनाए थे कि मैच अचानक रोकना पड़ा.

अफसोस जाहिर करते हुए रियान का कहना था कि अब लग रहा है कि दूसरी इनिंग नहीं हो पाएगी क्योंकि काफी धुंध है, पिच गीली है और ग्राउंड में फिसलन है.

अपनी बैटिंग छोड़ना शायद किसी को पसंद नहीं होगा. लेकिन दूसरी टीम ने इन हालात में मैच खत्म करना ठीक समझा. इस तरह यह मैच भी बिना किसी नतीजे के खत्म हो गया.

टूर्नामेंट का आखिरी मैच गर्मियों में खेला गया था और अब इसका अगला मैच अप्रैल 2020 के बसंत में खेला जा सकेगा क्योंकि बीच के महीनों में मौसम क्रिकेट खेलने के लिए सही नहीं होगा.

भारत प्रशासित कश्मीर के कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और फुटबॉल में भारत का प्रतिनिधित्व करने की ख्वाहिश रखते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसा करने में कामयाब हुए.

नौजवान खिलाड़ियों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से वादी में खिलाड़ियों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर कम है. राजनीतिक अनिश्चितता और मौसम की मार के बावजूद यहां के नौजवान अपने शौक से खेलों में हिस्सा लेते हैं.

No comments:

Post a Comment

百亿定增遭遇跌停,“中国女首富”做错了什么?

  今年的A股市场上,不少上市公司的定 4月17日中 色情性&肛交集合 国国家统计局公布, 色情性&肛交集合 今年一季度国内生产总值同比下降6.8%。 色情性&肛交集合 中国经济出现季度负增 色情性&肛交集合 长在过去四 色情性&肛交集合 十多年里极为 色情性&肛交集合 罕见。...